ईरान में महिलाओं ने किया है  हिजाब  के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन

ईरान में रहने वाली महिलाओं ने खोला हिजाब के खिलाफ मोर्चा. राष्ट्रपति के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन जारी है. इरान में महिलाओं का हिजाब पहननाअनिवार्य है.महिलाएं अब कानून के विरोध में अब सड़कों पर निकल कर सामने आ गई हैं. यहां पर महिलाएं उस कानून को ना मानने पर अड़ गई है, जिसमें उन्हें अपने बाल सार्वजनिक स्थल पर कवर ही रखने हैं. यहां पर राष्ट्रपति अब्राहिम रईसी के खिलाफ महिलाओं ने बहुत बड़ी तादाद में मोर्चा खोल दिया है.

साल 1979 में जब यहां पर क्रांति हुई थी तो उसके बाद से हिजाब को अनिवार्य कर दिया गया था. इरान में इन दिनों महिलाएं सड़कों पर उतर आई हैं और इसकी वजह है यहां का है हिजाब कानून. नियम ना मानने वाली  महिलाओं को सरकारी ऑफिस, बैंक और पब्लिक ट्रांसपोर्ट में एंट्री नहीं दी जाएगी. 

ईरान के राष्ट्रपति अब्राहिम रईसी जो एक मौलाना है और जिन्हें देश के हर रूढ़िवादी वर्ग का समर्थन हासिल है. उन्हें देश के  महिला युवाओं का गुस्सा झेलना पड़ रहा है. देश की युवा  हिजाब कानून को इस्लामिक समाज में नैतिक भ्रष्टाचार को सुनो सुनियोजित तरीके से आगे बढ़ाने का दरिया बता रहे हैं. इन अथॉरिटी ने मंगलवार को इसके तहत ही राजधानी तेहरान के आजादी स्टेडियम में हिजाब और पवित्रता का जश्न मनाया. यह फुटबॉल स्टेडियम है और यहां पर जो कार्यक्रम हुआ उसमें महिलाओं को हिजाब पहनने के नियम को मानने के लिए प्रोत्साहित किया गया. ईरान के सुरक्षा बल पूरे देश में गश्त लगा रहे हैं और महिलाओं को ड्रेस कोड का पालन करने के लिए कह रहे हैं.

ईरान में महिलाओं को अपने सिर पर हाल में कवर रखना होता है, वह किसी भी सूरत में बालों को कवर किए बिना सार्वजनिक स्थल पर नजर नहीं आ सकती हैं. लेकिन यह प्रबंध एक प्रशासन से अलग प्रशासन तक अलग अलग नजर आते हैं. यह प्रतिबंध इस बात पर भी निर्भर करते हैं कि महिला का राजनीतिक बैकग्राउंड क्या है.