ग्रीन एनर्जी के क्षेत्र में मुकेश अंबानी के 6 लाख करोड़ के निवेश के साथ शहंशाह बनने की तरफ मजबूत कदम बढ़ा रहे हैं

ग्रीन एनर्जी के क्षेत्र में मुकेश अंबानी के 6 लाख करोड़ के निवेश के साथ इस उभरते हुए सेक्टर में शहंशाह बनने की तरफ मजबूत कदम बढ़ा रहे हैं. कंपनी अगले 1 साल में इस कारोबार को शुरू करने की तैयारी कर रही है. अंबानी पारंपरिक रिफायनिंग और पेट्रोकेमिकल कारोबार के अलावा अपने कारोबार में विविधता लाने की कोशिश में ril को क्लीन एनर्जी की तरफ ले जा रहे हैं .हाल ही में रिलायंस इंडस्ट्रीज ने 51 स्थानों की छलांग लगाकर फॉर्चून 500 लिस्ट में 104 स्थान कब्ज आया था. 

इस में पहली बार शामिल हुई भारत की सरकारी कंपनी एलआईसी के बाद वे reliance दूसरी कंपनी है. लेकिन अब आरआईएल को एक और कंपनी से तगड़ी चुनौती मिलने वाली है. चुनौती भी ऐसी है कि अगले पांच 7 साल में कंपनी आ रही है . लेकिन यह कारनामा करने वाली कंपनी खुद रिलायंस ग्रुप की कंपनी होगी अगर आप सोच रहे हैं कि यह कमल jio या रिलायंस रिटेल करेगी हालांकि ऐसा नहीं है. या reliance ग्रुप के मुखिया मुकेश अंबानी का दावा है कि अगले 5 से 7 साल में ग्रुप का ग्रीन एनर्जी बिजनेस सबसे अधिक मुनाफे वाला कारोबार बन जाएगा.

मुकेश अंबानी के इस दावे पर इसलिए भरोसा किया जा सकता है क्योंकि वह नए बिजनेस करने और उन्हें सेक्टर की दूसरी कंपनियों में अगले जाने में हमेशा कामयाब रहते हैं .2016 में जियो को लांच करने के उन्होंने टेलीकॉम सेक्टर में हलचल मचाई थी .हाल ही में समाप्त हुई 5जी स्पेक्ट्रम के ऑप्शन में सबसे बड़ी बोली लगाकर जिओ ने टेलीकॉम सेक्टर में अपना परचम नई बुलंदियों पर पहुंचाने के लिए बिगुल फूंक दिया है.