पाकिस्‍तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की सरकार के भविष्‍य पर गंभीर संकट खड़ा हो गया है।

 पाकिस्‍तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की सरकार के भविष्‍य पर गंभीर संकट खड़ा हो गया है। विपक्षी दलों के अविश्‍वास प्रस्‍ताव पर इमरान खान टेंशन में आ गए हैं और सरकार बचाने के लिए हाथ पांव मार रहे हैं। उधर, उनकी पार्टी इस संकट के लिए अमेरिका को जिम्‍मेदार ठहरा रही है।पाकिस्‍तान की इमरान खान नियाजी सरकार के अस्तित्‍व पर गंभीर संकट मंडराने लगा है। पाकिस्‍तान के विपक्षी दलों ने इमरान खान के खिलाफ अविश्‍वास प्रस्‍ताव को पेश कर दिया है। सरकार को बचाने के लिए अब इमरान खान के पास कुछ ही घंटे बचे हैं। विपक्षी घेराबंदी से घबराए इमरान खान अब एक तरफ अपने सहयोगियों को मनाने के लिए दौड़भाग कर रहे हैं, उनका दावा है कि विदेशी ताकतें उनकी सरकार को गिराना चाहती हैं। उन्‍होंने कहा कि जब तक मैं जिंदा हूं, ऐसा होने नहीं जा रहा है।इमरान खान अब कराची के आपात दौरे पर जा रहे हैं जहां वह उनकी पार्टी पीटीआई के सहयोगी दलों एमक्‍यूएम पी के नेताओं से सिंध में मुलाकात करेंगे। इमरान खान ने कई सांसदों से पीएम हाउस में अकेले में मुलाकात की है। इमरान खान ने कई पत्रकारों से मुलाकात करके यह दिखाने की कोशिश की है कि उनकी सरकार कहीं नहीं जा रही है। इमरान खान ने दावा किया है कि विपक्षी कदम के पीछे विदेशी ताकतों का हाथ है। उन्‍होंने कहा कि उनकी पार्टी इस राजनीतिक स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है पाकिस्‍तानी पीएम ने दावा किया कि सांसदों को 18 करोड़ रुपये का ऑफर विपक्षी दलों की ओर से दिया गया है। पाकिस्‍तानी पीएम ने कहा कि जो लोग स्‍वतंत्र विदेश नीति नहीं चाहते हैं, वे विपक्षी दलों को सपोर्ट दे रहे हैं। उन्‍होंने कहा कि पाकिस्‍तानी सेना ‘इन चोरों’ को कभी समर्थन नहीं देगी। विपक्ष के पास जनता का समर्थन नहीं है, इसलिए वे दावा कर रहे हैं कि सेना का उन्‍हें समर्थन हैं।इमरान के राजनीतिक मामलों के विशेष सलाहकार शाहबाज गिल का मानना है कि अमेरिका और उसके सहयोगी इमरान खान को हटाना चाहते हैं। उन्‍होंने कहा कि अमेरिका का मानना है कि इमरान खान की नीतियां उनके क्षेत्रीय और वैश्विक हितों के खिलाफ है। उनका इशारा चीन के सीपीईसी और रूस को समर्थन देने की ओर था। पाकिस्‍तानी मीडिया का कहना है कि इमरान खान का यह दावा हवा हवाई है।