मध्य प्रदेश की टीम क्रिकेट टीम ने मुंबई की टीम को हराकर जीता रणजी ट्रॉफी का फाइनल.

मध्य प्रदेश की टीम क्रिकेट टीम ने रच दिया इतिहास, मुंबई की टीम को हराकर जीता रणजी ट्रॉफी 41 बार चैंपियन रही मुंबई को पहली बार हराया मध्य प्रदेश की टीम ने और जीता रणजी ट्रॉफी का फाइनल.

मध्य प्रदेश में पहली बार रणजी ट्रॉफी का खिताब जीता है. एमपी ने फाइनल मुकाबले में मुंबई को 6 विकेट से हराया मध्यप्रदेश की जीत में रजत पाटीदार की अहम भूमिका रही जिन्होंने दोनों पारियों में शानदार बल्लेबाजी करी.

मध्य प्रदेश की टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए रणजी ट्रॉफी 2022 का खिताब अपने नाम कर लिया है. बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेले गए फाइनल मुकाबले में एमपी ने मुंबई को 6 विकेट से शिकस्त दी. मध्य प्रदेश में पहली बार रणजी ट्रॉफी का खिताब अपने नाम किया है. इससे पहले वह 1999 में चंद्रकांत पंडित की कप्तानी में फाइनल तक पहुंची थी जहां उसे कर्नाटक ने 906 रनों से हरा दिया था. वही चंद्रकांत पंडित फिलहाल एमपी के हेड कोच हैं जो कि जीतने के बाद बहुत ही ज्यादा खुश दिखाई दिए उनका यह सपना ठीक 23 साल बाद उन्हें की टीम ने पूरा कर दिया.

पांचवे दिन के शुरुआती सत्र में ही मुंबई ने अपने बाकी आठ विकेट गंवा दिए, जिसके चलते मुंबई की दूसरी पारी 269 रनों पर सिमट गई. मुंबई के लिए दूसरी इनिंग्स पारी में suved पारकर ने सबसे ज्यादा 51 रन का योगदान किया. वहीं टीम के लिए सरफराज ने 45 और कप्तान पृथ्वी शॉ ने 44 रनों की पारी खेली. एमपी की ओर से कुमार कार्तिकेय ने सबसे ज्यादा 4 विकेट चटकाए. 108 रनों के टारगेट को एमपी ने आसानी से हासिल कर लिया. एमपी के लिए दूसरी पारी में हिमांशु मंत्री ने सबसे ज्यादा 37 रनों का योगदान दिया. वहीं शिवम शर्मा और रजत पाटीदार ने 30-30 रनों की पारियां खेली.

टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी मुंबई की टीम ने पहली पारी में 374 रन बनाए थे. सरफराज खान ने शानदार बैटिंग करते हुए 134 रनों की पारी खेली थी. इसके अलावा यशस्वी जयसवाल ने 78 और पृथ्वी शॉ ने 47 रन का योगदान दिया था. एमपी की ओर से गौरव यादव ने चार और अनुभव अग्रवाल ने तीन सफलताएं प्राप्त करी थी. 374 रनों के जवाब में मध्य प्रदेश की पहली पारी 536 रनों पर ढेर हो गई थी. टीम इस शानदार प्रदर्शन में रजत पाटीदार शुभम शर्मा और यश दुबे का शानदार योगदान रहा. जिन्होंने शतक की पारी खेली रजत पाटीदार ने 122 रनों की शानदार पारी खेली जिसमें 20 चौके शामिल रहे. वही यश दुबे ने 133 और शिवम शर्मा ने 116 रनों की पारियां खेली. मुंबई के लिए शुभम मुलानी ने सबसे ज्यादा 5 विकेट चटकाए थे.