मुख्यमंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई केवल आम आदमी पार्टी ही कर सकती है

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने गुरुवार को अपनी सरकार की ओर से पहला बड़ा एलान करते हुए राज्य को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने का फैसला लिया। उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि कोई भी रिश्वत मांगे तो इंकार न करें बल्कि उसका कोई ऑडियो या वीडियो रिकार्ड करके तुरंत उनके व्हाट्सएप नंबर पर भेज दें। उन्होंने कहा,  ‘मैं आपको गारंटी देता हूं कि मेरा दफ्तर इसकी पड़ताल करेगा और भ्रष्टाचारियों के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा। पंजाब में अब भ्रष्टाचार नहीं चलेगा। पंजाब में भ्रष्टाचार पर नकेल कसने के लिए भगत सिंह के शहीदी दिवस 23 मार्च को एक एंटी करप्शन हेल्पलाइन नंबर जारी किया जाएगा, जो उनका निजी व्हाट्सएप नंबर होगा।’भगवंत मान ने दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार का उल्लेख करते हुए कहा कि दिल्ली में आप की सरकार बनने पर केजरीवाल ने भी इसी तरह की मुहिम शुरू की थी, जिसे भरपूर समर्थन मिला था और दिल्ली में भ्रष्टाचार बिल्कुल खत्म हो गया है। मु्ख्यमंत्री ने कहा कि वह किसी अधिकारी या कर्मचारी को धमकी नहीं दे रहे, क्योंकि 99 फीसदी मुलाजिम बहुत ईमानदार हैं, अपना काम ईमानदारी और वफादारी से निभाते हैं। केवल एक फीसदी लोग ऐसे हैं जो गलत और बेईमान हैं और जिनके कारण तालाब गंदा हो रहा है। ऐसे एक फीसदी अधिकारियों और कर्मचारियों के कारण ईमानदार मुलाजिमों की बदनामी नहीं होनी चाहिए। वह सभी ईमानदार अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ खड़े हैं मुख्यमंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई केवल आम आदमी पार्टी ही कर सकती है क्योंकि बाकी सभी पार्टियों ने तो इस सिस्टम को बिगाड़ा है। ऊपर से नीचे तक इनके नेता, अधिकारी, पुलिस वालों से हफ्ता वसूली करते रहे और यह सारा पैसा उनकी पार्टी या मंत्रियों-नेताओं की जेब में जाता रहा। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी को ऐसे अवैध पैसे की जरूरत नहीं है।सीएम भगवंत मान ने मुख्यमंत्री के रूप में कार्यभार संभालने के बाद अपनी पहली बैठक को संबोधित किया। उन्होंने राज्य के सिविल और पुलिस प्रशासन के शीर्ष अधिकारियों से लोक सेवक के रूप में अपने कर्तव्यों का अक्षरश: निर्वहन करने का आग्रह किया।बुधवार को भगवंत मान ने आप के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की उपस्थिति में एक बड़ी जनसभा के सामने पंजाब के 28वें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली थी। शहीद-ए-आजम भगत सिंह के पैतृक गांव में विभिन्न क्षेत्रों से संबंधित लाखों लोगों के बीच भगवंत मान को पंजाब के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने पद की शपथ दिलाई थी। शपथ ग्रहण के बाद मान ने कहा था कि हमें बिल्कुल समय नहीं बर्बाद करना है। आज से ही काम शुरू होगा।