सीएम शिवराज सिंह चौहान ने स्कूलों में पढ़ाने की इच्छा जताई

मिंटो हॉल में राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वे 2021 के विश्लेषण और भावी रणनीति कार्यशाला का आयोजन किया गया इसमें शिवराज सिंह चौहान ने स्कूलों में पढ़ाने की इच्छा जताई है. इसके साथ ही कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने प्रदेश के शिक्षकों को बड़ी सौगात भी दिए. इस दौरान सीएम ने कहा कि अगर शिक्षा विभाग उन्हें अनुमति देगा तो महीने में दो बार बार स्कूल में पढ़ाने जाएंगे.

मिंटो हॉल में हुए शिक्षक सम्मान समारोह में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा महीने में 2 दिन स्कूल में पढ़ाने के लिए जाना चाहता हूं, इसके लिए स्कूल शिक्षा विभाग से इजाजत मांगता हूं अगर शिक्षा विभाग अनुमति देगा तो महीने में दो बार मैं भी स्कूलों में पढ़ाने जाऊंगा.

बोरी लेकर स्कूल जाते थे सीएम, जी हां इस मौके पर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने अपने बारे में बताते हुए कहा कि मैं किसी पब्लिक स्कूल में नहीं गया,  मैं हाथ में बोरी लेकर स्कूल में बैठने के लिए जाता था आज मैं जो कुछ भी हूं वह मेरे माता-पिता के अलावा पूरा श्रेय मेरे गुरु को जाता है.

शिक्षक कर्मी नहीं गुरु है. जी हां सीएम शिवराज सिंह चौहान बोले पढ़ाने की जिम्मेदारी जिन साथियों पर थी वह आंदोलन ही करते रहते थे, पढ़ाने की बजाय आंदोलन हो गए, आंदोलनकारी हो गए कोई सिर मुड़वा रहा कोई दौड़ लगा रहा, यह शिक्षक प्रेरणा कैसे ले देंगे हमने इस कल्चर को बदला और तय किया कि शिक्षा में कर्मी कल्चर नहीं चलेगा यह कर्मी नहीं गुरु है. अध्यापक शिक्षा के उनके सम्मान के लिए साल में एक बार कार्यक्रम किया जाएगा.

निकाय चुनावों के बाद होगा बड़ा आयोजन जी हां निकाय के चुनाव की घोषणा हो गई है लेकिन इसके बाद हम शिक्षक जगत को जोड़कर एक बड़ा कार्यक्रम करेंगे जहां अच्छा काम करने वाले शिक्षकों को मैं नमन करूंगा अभी हम टॉप फाइव में आ गए हैं पर अब टॉप दो या तीन नहीं चलेगा अब तो फर्स्ट आना होगा जी हां नंबर वन बनना होगा . स्कूल की रैंकिंग मस्त है कुपोषण के खिलाफ अभियान में समाज जुड़ गया तो चमत्कार हो रहा है अब शिक्षा के साथ समाज जुड़ जाए तो हालात बदल जाएंगे.