फ्यूचर रिटेल अब कंपनी के लेंडर्स ने नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल का रुख करने का फैसला किया है

Future Retail के ‘फ्यूचर’ की राह लगातार उलझती जा रही है. मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) की अगुवाई वाली रिलायंस रिटेल के साथ डील को लेकर Amazon से कानूनी लड़ाई लड़ रही फ्यूचर रिटेल अब इंसॉल्वेंसी प्रोसेस की तरफ बढ़ती दिख रही है फ्यूचर रिटेल (Future Retail) के लेंडर्स ने कंपनी को बैंकरप्सी कोर्ट में ले जाने के लिए विजयकुमार अय्यर को अंतरिम रिजॉल्यूशन प्रोफेशनल सेलेक्ट किया है इकोनॉमिक टाइम्स’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, लेंडर्स अगले हफ्ते नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) की मुंबई बेंच का दरवाजा खटखटाएंगे इस रिपोर्ट में कहा गया है कि लेंडर्स रिटेलर के खिलाफ दिवाला प्रक्रिया शुरू करने का आग्रह करेंगे आम तौर पर NCLT किसी भी कंपनी के इंसॉल्वेंसी प्रोसेस से जुड़ी अर्जी स्वीकार करने में छह महीने का समय लगाती है. हालांकि, कानून में 14 दिन की समयसीमा है अगर NCLT इंसॉल्वेंसी प्रोसेस के लिए कंपनी की अर्जी स्वीकार कर लेती है तो इससे रिलायंस रिटेल के साथ फ्यूचर रिटेल की घोषित डील खटाई में पड़ जाएगी इसके बाद Amazon जैसे Potential Buyers फ्यूचर रिटेल के लिए बोली लगा पाएंगे.पिछले सप्ताह IndusInd Bank ने फ्यूचर रिटेल (Future Retail) और एशियन होटल (नॉर्थ) के लोन को एडलवाइज एसेट रिकंस्ट्रक्शन कंपनी को सेल करने से जुड़ी डील को कैंसल कर दिया था. बैंक ने इसकी वजह नहीं बताई थी. Future Retail के लेंडर्स ने इस वजह से NCLT जाने का निर्णय किया है कि कंपनी ने जनवरी में 3,495 करोड़ रुपये का लोन डिफॉल्ट किया था. वहीं, रिलायंस रिटेल के 1,500 में से 800 स्टोर्स के टेक ओवर के बाद लोन रिकवरी को लेकर पैदा हुई अनिश्चिचतता के बीच लेंडर्स ने NCLT का दरवाजा खटखटाने का फैसला किया है