देश की सबसे बड़ी रिटेल कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) कंज्यूमर बिजनस में बड़ा दांव खेलने की तैयारी में है। मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) की अगुवाई वाली यह कंपनी 6.5 अरब डॉलर का कंज्यूमर गुड्स बिजनस बना रही है और इसके लिए उसने दर्जनों ग्रॉसरी और नॉन फूड्स ब्रैंड्स को खरीदने की योजना बनाई है। उसकी योजना दशकों से भारत में कारोबार कर रही यूनिलीवर (Unilever) जैसी दिग्गज विदेशी कंपनियों को चुनौती देना है। रॉयटर्स की एक रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से यह दावा किया गया है।
 30 लोकप्रिय कंज्यूमर ब्रैंड्स के साथ बातचीत अंतिम चरण में है। रिलायंस की योजना उन्हें पूरी तरह खरीदने या बिक्री के लिए जॉइंट वेंचर बनाने की है। हालांकि रिलायंस इस पर कुल कितना निवेश करेगी यह साफ नहीं है लेकिन कंपनी ने पांच साल में इस बिजनस से सालाना 50,000 करोड़ रुपये यानी 6.5 अरब डॉलर निवेश का लक्ष्य रखा है रिलांयस में कई ब्रैंड होंगे। यह विस्तार की इनऑर्गेनिक योजना है। इस बारे में रिलायंस ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। इस नए बिजनस प्लान के साथ रिलायंस की योजना नेस्ले (Nestle), यूनिलीवर (Unilever), पेप्सिको (PepsiCo) और कोकाकोला (Coca-Cola) जैसी कंपनियों को चुनौती मिलेगी। ये कंपनियां दशकों से भारत में कारोबार कर रही हैं।रिलायंस की योजना छह महीने के भीतर 50-60 ग्रॉसरी, हाउसहोल्ड और पर्सनल केयर ब्रैंड्स का पोर्टफोलियो बनाने की है। कंपनी इन ब्रांडों को देशभर खुदरा दुकानों तक पहुंचाने के लिए डिस्ट्रीब्यूटर्स का एक बड़ा नेटवर्क तैयार कर रही है। इसके लिए रिलायंस रिटेल कंज्यूमर ब्रैंड्स नाम से एक वर्टिकल बनाया जाएगा। रिलायंस के देशभर में 2,000 से ज्यादा ग्रॉसरी आउटलेट हैं और साथ ही जियोमार्ट के ई-कॉमर्स ऑपरेशन का विस्तार किया जा रहा है। इसके लिए रिलायंस रिटेल कंज्यूमर ब्रैंड्स को अहम माना जा रहा है। देश का रिटेल मार्केट करीब 900 अरब डॉलर का है।