राष्ट्रपति चुनाव के लिए बीजेपी ने द्रौपदी मुर्मू को अपना प्रत्याशी घोषित किया

राष्ट्रपति चुनाव के लिए बीजेपी की तरफ से उन्होंने अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है. पार्टी ने द्रौपदी मुर्मू को अपना प्रत्याशी घोषित किया है. बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने द्रौपदी मुर्मू के नाम का ऐलान करते वक्त इस बात पर जोर दिया कि इस बार एक महिला आदिवासी राष्ट्रपति को मौका मिला.

बीजेपी अध्यक्ष ने इस बात पर भी जोर दिया कि द्रौपदी मुर्मू ने अपने जीवन में लंबे समय तक शिक्षक के रूप में काम किया, जिस प्रकार से सर्व पल्ली राधाकृष्णन ने  शिक्षा के क्षेत्र में लगातार सक्रिय रहे थे, वैसे ही द्रौपदी मुर्मू ने भी एक अहम भूमिका निभाई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी द्रौपदी मुर्मू के नाम का स्वागत किया है.

द्रौपदी मुर्मू ने इस ऐलान के बाद अपनी प्रतिक्रिया दी है, उन्होंने कहा कि मैं हैरान भी हूं और खुश भी उन्हें इस बात की उम्मीद नहीं थी कि वे राष्ट्रपति उम्मीदवार बनाई जाएंगी बीजेपी की तरफ से. राष्ट्रपति का चुनाव 18 जुलाई को होना है, वोटों की गिनती 21 जुलाई को होगी. चुनाव आयोग ने इसके लिए अधिसूचना जारी कर दी है. अधिसूचना जारी किए जाने के साथ ही नामांकन की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है. राष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन की अंतिम तिथि 29 जून है.

द्रौपदी मुरमू देश की पहली आदिवासी राज्यपाल बनाई गई थी. वह साल 2015 से 2021 तक झारखंड की राज्यपाल रही. राज्यपाल का पद संभालने से पहले द्रौपदी मुर्मू बीजेपी की एसटी मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य रह चुकी है. इसके अलावा एक विधायक के रुप में भी द्रौपदी मुर्मू ने शानदार काम किया है. उन्हें साल 2007 में नीलकंठ अवार्ड से सम्मानित किया गया था, तब उड़ीसा विधानसभा की तरफ से उन्हें वह अवार्ड दिया गया था. ऐसे में द्रोपति मुर्मू ने अपना काम से हमेशा ही सभी के दिलों को जीता है.