केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी और रामचंद्र प्रसाद सिंह ने मोदी मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया

केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी और रामचंद्र प्रसाद सिंह ने मोदी मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया है. आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार की कैबिनेट बैठक के दौरान केंद्रीय  मंत्रियों मुख्तार अब्बास नकवी और रामचंद्र प्रसाद सिंह के देश और लोगों के योगदान की सराहना करी. खबरों के अनुसार आज भी कैबिनेट की बैठक के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने मुख्तार अब्बास नकवी के कामकाज की तारीफ करी. नकवी ने इस्तीफा देने के बाद पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी मुलाकात करी है.

मुख्तार अब्बास नकवी बीजेपी में हमेशा से सेंट्रल स्टेट पर रहे हैं. बीजेपी प्रवक्ता के रूप में उन्होंने लंबे समय तक काम किया है, इसके साथ ही अटल बिहारी वाजपेई और लालकृष्ण आडवाणी के करीबी रह चुके हैं. नकवी पहली बार 1998 में लोकसभा चुनाव जीते थे और बाजपाई मंत्रिमंडल में सूचना और प्रसारण राज्य मंत्री बनाए गए थे. उसके बाद में 26 मई 2014 को मोदी सरकार में अल्पसंख्यक मामलों के राज्य मंत्री बने थे. उस समय नजमा हेपतुल्ला इसी मंत्रालय में केंद्रीय मंत्री थी. लेकिन  12 जुलाई 2016 को नजमा हेपतुल्ला के राज्यपाल बन जाने के बाद नकवी को इस मंत्रालय का स्वतंत्र प्रभार दे दिया गया. दूसरी बार नकवी 30 मई 2019 को कैबिनेट में केंद्रीय मंत्री के तौर पर शामिल हुए 2010 से 2016 के बीच में झारखंड से राज्यसभा सांसद रहे.

आरसीपी सिंह जनता दल यूनाइटेड यानी जेडीयू के कोटे से केंद्र सरकार में मंत्री थे. उन्हें भी जेडीयू ने अगला कार्यकाल नहीं दिया है. आरसीपी सिंह के पास इस्पात मंत्रालय का प्रभार था. वही नकवी केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री थे वह राज्यसभा में भाजपा के उपनेता है.

कैबिनेट की बैठक के बाद मुख्तार अब्बास नकवी ने भारतीय जनता पार्टी मुख्यालय जाकर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा से मुलाकात करी. कुछ खबरों के अनुसार पता चला है कि मुख्तार अब्बास नकवी को भाजपा उप राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बना सकती हैं.

उपराष्ट्रपति का चुनाव अगस्त में होने जा रहा है, यह भी खबर है कि अगर नकवी को उप राष्ट्रपति का उम्मीदवार नहीं बनाया जाता है तो उन्हें किसी राज्य का राज्यपाल या केंद्र शासित प्रदेश का उप राज्यपाल बनाया जा सकता है.