भोपाल के एक जल शोधन संयंत्र में सिलेंडर से क्लोरीन गैस के रिसाव की चपेट में आए 7 लोग बीमार हो गए

भोपाल के एक जल शोधन संयंत्र में सिलेंडर से क्लोरीन गैस के रिसाव की चपेट में आए 7 लोग बीमार हो गए. इस घटना से मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में 1984 में हुए भयानक गैस त्रासदी की यादें ताजा हो गई. जी हां आपको बता दें कि, अगर या गैस रिसाव ज्यादा हो जाता तो बहुत बड़ा हादसा हो सकता था. 10 गुना तेजी से रिसाव क्लोरीन गैस अगर नाले में पानी नहीं छोड़ते तो वह हवा में फैल जाती जी आपको बता दें कि दुनिया की सबसे बड़ी औद्योगिक त्रासदी झेल चुके भोपाल में बुधवार देर शाम एक बड़ा हादसा होने से टल गया या नगर निगम के अधिकारियों ने हालात पर काबू पाया. लोगों की आंखों में जलन और सांस लेने में तकलीफ होने लगी लोग बस्ती छोड़कर सड़क पर आ गए. भोपाल का ईदगाह हिल्स स्थित वाटर प्लांट भोपाल गैस त्रासदी के मिनिस्टर विश्वास  सारंग और भोपाल की मेयर मालती राय हमीदिया अस्पताल प्रभावित लोगों को देखने के लिए पहुंचे.