अदानी समूह के चेयरमैन गौतम अदानी पोर्ट बुक पर हस्ताक्षर करने के बाद Netanyahu ने कहा, मुझे लगता है कि यह एक बहुत बड़ा मील का पत्थर साबित होगा. 100 साल पहले और प्रथम विश्व के दौरान यह बहादुर भारतीय सैनिक थे जिन्होंने हाईफा शहर को मुक्त करने में मदद की थी. प्रधानमंत्री ने कहा कि, उन्होंने अपने अच्छे मित्र भारतीय समकक्ष नरेंद्र मोदी के साथ दोनों देशों के बीच कई तरीकों से संपर्क परिवहन लाइनों और हवाई मार्ग और समुद्री मार्गों के बारे में चर्चा की. जिसकी वजह से आज यह हो रहा है. अदानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनामिक जोन और इसराइल के गैडोट ग्रुप के कंसोर्सियम ने पिछले साल जुलाई में 1.18 बिलियन अमेरिकी डॉलर के लिए हाईफा बंदरगाह के निजीकरण के लिए टेंडर जीता था. इस साल 11 जनवरी को खरीद की प्रक्रिया पूरी करी. जिसके बाद बंदरगाह पर प्रगति कार्य पूरे जोरों पर चल रहा है. कंसोर्सियम में भारतीय भागीदार की हिस्सेदारी है, जबकि उसके इसराइल के पास 30% की हिस्सेदारी है,