भारत और चीन के कारोबार में 125 अरब डॉलररिकॉर्ड वृद्धि दर्ज की गई है।


सीमा पर तनाव के बावजूद भारत और चीन के कारोबार पर कोई नकारात्मक असर नहीं पड़ा है। पिछले साल दोनों देशों के बीच कारोबार में रिकॉर्ड वृद्धि दर्ज की गई है

भारत और चीन का द्विपक्षीय कारोबार साल 2021 में 125 अरब अमेरिकी डॉलर की रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया। शुक्रवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार दोनों देशों के बीच व्यापार ने यह आंकड़ा तब छुआ है जब पूर्वी लद्दाख में दोनों पक्षों के बीच सैन्य गतिरोध चल रहा है। आंकड़ों के अनुसार भारत का कारोबारी घाटा भी बढ़कर 69 अरब डॉलर से अधिक हो गया।
आंकड़ों के मुताबिक साल 2021 में दोनों देशों के एक-दूसरे को निर्यात में इजाफा दर्ज किया गया। पिछले साल चीन की ओर से भारत को निर्यात 46.2 फीसद बढ़कर 97.52 अरब पर पहुंच गया। इसके साथ ही इस दौरान भारत की ओर से चीन को निर्यात भी 34.2 फीसदी बढ़ा और 28.14 अरब डॉलर हो गया। वहीं, इस साल भारत का कारोबारी घाटा 69.38 अरब डॉलर हो गया। जानकारों का कहना है कि चीन का निर्यात बढ़ने के पीछे कोरोना वायरस वैश्विक महामारी की दूसरी लहर भी काफी हद तक जिम्मेदार रही। इसकी वजह से भारत को अपने तेजी से बढ़ते फार्मास्यूटिकल उद्योग के लिए बड़ी मात्रा में चिकित्सकीय उत्पाद और कच्चा माल निर्यात करना पड़ा। हालांकि, अब भारत का ये उद्योग काफी सक्षम हुआ है और अन्य देशों पर निर्भरता घटी है।