रिलायंस इंडस्ट्रीज और एसीआरई की संयुक्त समाधान योजना के पक्ष में आम सहमति से मतदान किया

कर्ज तले दबी टेक्सटाइल निर्माता (Sintex Industries) के कर्जदाताओं ने दिवाला समाधान प्रक्रिया के तहत इस कंपनी के अधिग्रहण के लिए रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (Reliance Industries) और एसेट्स केयर एंड रिकंस्ट्रक्शन एंटरप्राइज (ACRE) की संयुक्त बोली को मंजूरी दे दी है. शेयर बाजारों को मिली जानकारी के अनुसार सिंटेक्स इंडस्ट्रीज की कर्जदाताओं की समिति (CoC) ने रिलायंस इंडस्ट्रीज और एसीआरई की संयुक्त समाधान योजना के पक्ष में आम सहमति से मतदान किया. इसमें बताया गया, समाधान योजना को मंजूरी के लिए ई-मतदान की प्रक्रिया 19 मार्च 2022 को पूरी हुई और रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड तथा एसीआरई की संयुक्त समाधान योजना को सीओसी के सभी सदस्यों ने मंजूरी दी.सिंटेक्स इंडस्ट्रीज ने संयुक्त बोली की राशि का खुलासा नहीं किया है लेकिन कुछ मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इस बोली की राशि लगभग 3,000 करोड़ रुपये है. कंपनी के खिलाफ दिवाला कार्यवाही पिछले वर्ष अप्रैल में शुरू हुई थी सिंटेक्स इंडस्ट्रीज के समाधान पेशेवर को वेलस्पन समूह की फर्म ईजीगो टेक्सटाइल्स (Easygo Textiles), जीएचसीएल (GHCL) और हिम्मतसिंगका वेंचर्स (Himatsingka Ventures) के साथ श्रीकांत हिम्मतसिंगका और दिनेश कुमार हिम्मतसिंगका की बोलियां भी मिली थी.सिंटेक्स इंडस्ट्रीज ने 2 फरवरी को शेयर बाजार को बताया था कि सभी चार संभावित समाधान आवेदकों (PRA) से मिली संशोधित समाधान योजनाओं का मूल्यांकन अंतरिम समाधान पेशेवर द्वारा किया जाएगा और फिर उसे कर्जदाताओं की समिति के समक्ष रखा जाएगा. नेशनल कंपनी लॉ अपीलेट ट्रिब्यूनल (NCLAT) को जनवरी में सिंटेक्स टेक्नोलॉजीज की कॉरपोरेट इन्सॉल्वेंसी रिजॉल्यूशन प्लान (CIRP) की प्रगति के बारे में सूचित किया गया था. NCLAT नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) की अहमदाबाद बेंच के आदेश के खिलाफ सिंटेक्स इंडस्ट्रीज के पूर्व प्रमोटर अमित दिनेशचंद्र पटेल द्वारा दायर मामले की सुनवाई कर रहा था.